यूहीं बेवजह....

एक पल की जिंदगी
इस पल में जी ले जरा
फ़िसल न जाए
हाथों से वक्त का कतरा

फ़िर मिले ना मिले
इस पल में जी जरा
वक्त बडा बेवफ़ा
गया तो न मुडे दोबारा

वक्त की सिलवटोंमें
गुम न हो मासूम सा लम्हा
युंही बेवजह सही
आज,
जी भर के जी ले जरा

नेहा
 

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